भोपाल ईटखेड़ी में आज से तब्लिग़ी इज़्तिमा शुरू हो चुका है इज़्तिमा में शिरकत करने के लिए 40 मुल्कों की जमाते आई है
यह इज्तिमा 72 वा इज्तिमा है। पहले यह है आयोजन भोपाल में ताजुल मसाजिद में होता था। यह इज्तिमा 13 लोगों से शुरू हुआ था इस साल लगभग 15 लाख लोगों के आने की संभावना है।
4 दिनों तक लगातार अकाबिर हज़रात(मुस्लिम धर्म गुरुओं) के
बयान वाज़ो तक़रीर होगी। जिसमें एक ईश्वर को मानो। और ईश्वर के आदेश का पालन करो और आख़री पैगंबर के बताएं हुए मार्ग पर चलो। हर बार की तरह इस बार भी यहां पर लोगों के ठहरने के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। भारत के सभी राज्यों से भी लोग बस और ट्रक और ट्रेनों से लगातार आ रहे हैं। इज़्तिमा में सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम है।
सुबह फजिर की नमाज के बाद शुरू हुए तकरीर-ओ-बयान के दौर में शामिल होने के लिए जमातों का पहुंचने का सिलसिला गुरूवार रात से शुरू हो गया था। देशभर की सैकड़ों जमातों के साथ श्रीलंका, मलेशिया, इन्डोनेशिया, जार्डन, अमेरिका, यूके, अफगानिस्तान, रूस, कंबोडिया, इंग्लैंड, तिरिकिस्तान, वियतनाम सहित कई मुल्कों की जमाते इज्तिमा में शिरकत कर रही हैं। जहाँ जमातों के ठहरने के इन्तजाम करीब 70 एकड़ में लगे पांडाल में किए गए हैं। वहीं विदेशी जमातों को मस्जिद हफीज में ठहराया गया है।भोपाल रेलवे स्टेशन, विभिन्न बस स्टेंडों और शहर के कई स्थानों से जमातियों को वाहन द्वारा इज्तिमागाह पहुंचाने के लिए मुफ्त इंतजाम किए गए हैं। इज्तिमा में इस बार 40 देशों से जमातें आ रही हैं। वहीं पहली बार वियतनाम के जायरीन भी इज्तिमा शिरकत करेंगे। लिहाजा इनके लिए थाईलैंड की जमात के कुछ जायरीनों से ट्रांसलेट करने के लिए कहा गया है। इज्तिमा कमेटी की ओर से बताया गया कि कई देशों की जमातें भोपाल आ चुकी हैं। इस बार इज्तिमा में होने वाली तकरीरों को 7 से 8 देशों की भाषाओं में ट्रांसलेट कर बोला जाएगा। वहीं अलग से ट्रांसलेटर भी उपलब्ध रहेंगे जो तकरीरों का अपनी भाषाओं में ट्रांसलेशन कर उनके देशों की जमातों को सुनाएंगे। इज्तिमा में ट्रांसलेट हुईं तकरीरों को हैडफोन के जरिए भी सुना जा सकेगा
200 सीसीटीवी कैमरे और 4000 जवान तैनात किए गए हैं। लोकल पुलिस, होमगार्ड, आर ए एफ, एस ए एफ, तैनात है। और हजारों की तादाद में खिदमत करने वाली टीमें रात दिन पूरी व्यवस्थाओं को संभालेंगी। और पार्किंग स्थलों का भी पूरा-पूरा पूरा इंतजाम किया गया है। और शासन-प्रशासन एवं नगर निगम का भी भरपूर योगदान रहेगा। पहली बार टोल टैक्स फ्री किया गया है। और इज्तिमा स्थल पर बीड़ी सिगरेट और पॉलिथीन पर रोक लगाई गई है। और इस बार एक ऐप भी लांच किया गया है। और इस बार इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज कराने की कोशिश की जा रही है। और इज्तिमा का समापन दुआओं के साथ संपन्न होगा। 25 नवंबर को दुआ होगी।
स्पेशल रिपोर्ट: इरफान अली
Comments
Post a Comment