ग्राम सेमई निवासी श्रीमती कीर्ति शर्मा पत्नि जितेन्द्र पाठक को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना ने किराना दुकान मालिक बना दिया। यह सब जिला उद्योग केन्द्र मुरैना के सहयोग से हुआ है। अब कीर्ति की माली हालत सुधर गई है।
कैलारस विकासखण्ड के ग्राम सेमई निवासी श्रीमती कीर्ति शर्मा बी.एस.सी. उत्तीर्ण होने के बाबजूद कहीं कोई रोजगार नहीं मिला। श्रीमती कीर्ति शर्मा आये दिन अपने पति को कोसती थी कि मैं बी.एस.सी. पढ़ी-लिखी होने के बावजूद भी आपका कोई सहयोग नहीं कर पाती। श्रीमती शर्मा के पति जितेन्द्र पाठक एक दिन समाचार पत्र पढ़ रहे थे, समाचार पत्र में जिला उद्योग केन्द्र का स्वरोजगार संबंधी समाचार प्रकाशित हुआ, जिसमें शिक्षित बेरोजगार युवक एवं युवतियों को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से लाभान्वित करने के लिये 7 लाख से 10 लाख रूपये तक का ऋण किराना दुकान या अन्य लघु उद्योग खोलने के लिये दिये जाने का था। श्रीमती कीर्ति शर्मा ने पति के माध्यम से जिला उद्योग केन्द्र पहुंचकर किराना दुकान के लिये आवेदन प्रस्तुत कर दिया। कुछ समय बाद आवेदन स्वीकृत हुआ। जिसमें 7 लाख रूपये का ऋण एस.बी.आई. शाखा सेमई के माध्यम से प्रथम किस्त के रूप में 4 लाख रूपये प्राप्त हुये। राशि प्राप्त होते ही श्रीमती कीर्ति शर्मा ने किराना दुकान खोली। किराना दुकान धीरे-धीरे इतनी चल निकली कि दुकान से घर-गृहस्थी में लगने वाले खाद्यान्न सामग्री एवं 10 से 15 हजार रूपये की आय होने लगी। श्रीमती कीर्ति शर्मा ने 10 हजार रूपये की राशि बैंक में किस्त के रूप में जमा करना प्रारंभ कर दिया। धीरे-धीरे श्रीमती कीर्ति शर्मा के घर खर्च में पति का सहयोग प्रदान कर रहीं है। श्रीमती कीर्ति शर्मा ने बताया कि किराने की दुकान खुलने से हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और परिवार में खुशहाली आ रही है। बैंक प्रबंधक ने बताया कि रेगूलर 50 प्रतिशत किस्त जमा होने पर कीर्ति को 3 लाख रूपये और मिल जायेंगे तो दुकान में और सामग्री भर दी जावेगी। जिससे और अधिक आय प्रारंभ होगी।
डी.डी.शाक्यवार
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