संतुलित पोषण आहार से डाली हुई स्वस्थ्य


   बाबई निवासी डाली पति राजेश अहिरवार अपने जीविका उपार्जन हेतु मजदूरी का कार्य करते हैं। गर्भावस्था के दौरान डाली हाईरिस्क महिला की श्रेणी में आंगनबाडी केन्द्र मनवाड़ा मे चिन्हित हुई थी। वसुधा अभियान के दौरान डाली का पंजीयन किया गया। इस दौरान महिला के स्वास्थ्य की जांच की गई । डाली का वजन एवं  हिमोग्लोबिन कम पाया गया था। डाली का यहां तीसरा प्रसव था, और वह जुडवा बच्चों से गर्भवती थी।, आँगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा नियमित डाली को पोषण आहार व परामर्श दिया गया एवं पोषण आहार के विभिन्न व्यंजन जैसे टीएचआर से बनी वर्फी, गुलगुले, पंजरी, चीला, पोष्टिक खिचड़ी आदि बनाने की विधि सिखाई और सलाह दी कि प्रतिदिन पोष्टिक आहार ग्रहण करें। डाली को परामर्श दिया गया कि वह समय समय पर अपनी आवश्यक रूप से जांच कराएं। जिसके फलस्वरूप महिला द्वारा समय समय पर जांच कराई गई एवं उसे आयरन की गोली भी दी गई जिसका डाली द्वारा नियमित रूप से सेवन किया गया। जिससे डाली के स्वास्थ्य में सुधार हुआ। डाली को प्रसव के लिए जिला अस्पताल होशंगाबाद में भर्ती कराया गया। डाली ने 20 अक्टूबर 2019 को जुडवा बच्चों को जन्म दिया। यह एक समान्य प्रसव था। महिला के पहले बालक का वजन 2.8 किलोग्राम तथा दूसरे बालक का वजन 2.5  किलोग्राम रहा। जन्म के पश्चात डाली तथा दोनो बच्चे स्वस्थ्य है।


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