वो कागज की कश्ती वो बारिश???? का पानी।


कोई मुझको ???? लौटा दे वो बचपन का सावन, ???? वो कागज की कश्ती वो बारिश???? का पानी।




वो  भी क्या दिन थे मेरे..! ???? न फ़िक्र कोई..न दर्द कोई..!! बस खेलो, ???? खाओ, सो जाओ..! बस
इसके सिवा कुछ ???? याद नहीं..!




  • पैसे की सोच और न लाइफ के फंडे, न कल की चिंता और न फ्यूचर के सपने, अब कल की फिकर और अधूरे सपने, मुड़ कर देखा तो बहुत दूर हैं अपने, मंजिलों को ढूंडते हम कहॉं खो गए, नहीं जाने क्‍यूँ हम इतने बड़े हो  गए|





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